यूपी ATS ने दो आतंकी पकड़े:एक को गोंडा और दूसरे को जम्मू-कश्मीर से अरेस्ट किया; ISI-हिजबुल मुजाहिद्दीन से है कनेक्शन

यूपी ATS ने दो आतंकी पकड़े:एक को गोंडा और दूसरे को जम्मू-कश्मीर से अरेस्ट किया; ISI-हिजबुल मुजाहिद्दीन से है कनेक्शन 


अमित मौर्य एडिटर इन चीफ के जी एन लाइव न्यूज चैनल



एजेंसी। लखीमपुर खीरी।  ATS की हिरासत में गोंडा का रहने वाला सद्दाम शेख।
UP ATS ने रविवार को दो आतंकियों को अरेस्ट किया है। NIA के इनपुट पर ATS ने एक को गोंडा से, तो दूसरे को जम्मू-कश्मीर से अरेस्ट किया है। ATS चीफ नवीन अरोड़ा ने बताया कि दोनों सोशल मीडिया के जरिए देश विरोधी गतिविधियों में शामिल थे। दोनों आतंकियों के हिजबुल मुजाहिद्दीन, अलकायदा और ISI जैसे आतंकी से कनेक्शन हैं।



ATS चीफ ने बताया कि सद्दाम शेख गोंडा के कहां देहात कोतवाली के रहने वाला है। वह बेंगलुरु की NDC नाम की एक कंपनी में काम करता था। इसके अलावा डॉबसपेट कंपनी में ड्राइवर का काम भी करता था।


जांच में सामने आया कि सद्दाम ऑनलाइन एक्टिविटी के जरिए आतंकी गतिविधियों से जुड़े दस्तावेजों को ISI जैसे संगठनों को शेयर करता था। सोशल मीडिया पर उसने कई आपत्तिजनक और देश विरोधी सामग्री भी पोस्ट की हैं।

देश विरोधी सेना बनाना चाहता था सद्दाम
ATS को सद्दाम ने बताया कि ओसामा बिन लादेन, जाकिर मूसा, रियाज नायकू, नावेद जट, समीर टाइगर जैसे आतंकी उसके आइडल हैं। उसके फोन में इन आतंकियों के फोटो-वीडियो भी मिले हैं। वह एक मुजाहिद बनना चाहता है। वीडियो को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से फेसबुक, इंस्टाग्राम, IMO पर भेज कर लोगों को आतंकी गतिविधियों में शामिल होने के लिए प्रेरित करता था।

सद्दाम बाबरी मस्जिद के कोर्ट के फैसले से भी काफी नाराज था। वह इसका बदला लेना चाहता था। उसने फेसबुक पर कई ID बनाई हैं, जो आतंकी सामग्री पोस्ट करने के कारण फेसबुक ने ब्लॉक कर दी हैं। सद्दाम इसलिए भी रेडिकल कंटेंट पोस्ट करता था, ताकि कोई उसे संपर्क करके उसे हथियारों प्रशिक्षण भी दे सके।

सद्दाम ने कहा कि जिन मुसलमानों पर अत्याचार हुआ है। वह उनके साथ अपनी एक सेना बनाना चाहता था। सद्दाम की DP में ISI और लश्कर-ए-तैयबा जैसे आतंकी संगठनों से जुड़ी फोटो लगी हैं। पाकिस्तानी और कश्मीरी मिलिटेंट के संपर्क में रहता था।

अब पढ़िए दूसरे आतंकी रिजवान खान के बारे में. 

जम्मू-कश्मीर में बैठकर सोशल मीडिया से आतंकी गतिविधियां चलाता था
जम्मू-कश्मीर के मिडिल स्कूल लैंड मार्क में रहने वाला रिजवान खान हिजबुल मुजाहिद्दीन और गजवातुल हिंद से जुड़ा आतंकी है। ATS की पूछताछ में यह बात सामने आई है कि रिजवान खान जम्मू-कश्मीर में बैठकर सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर आतंकी गतिविधि फैलाता था।

वह प्रतिबंधित आतंकी संगठनों के आतंकियों की फोटो लगाकर अन्य लोगों को भी अपने साथ जोड़ने का काम करता था। ATS ने उसके पास से एके-47 जैसे कारतूस और आतंकियों के साथ प्रशिक्षण की लगी फोटो भी बरामद की है। पूछताछ में उसने बताया कि जाकिर मूसा और तंजीम संगठन जैसे संगठनों को यह बनाना चाहता था।


आतंकियों की पनाहगाह बना सहारनपुर एक बार फिर सुर्खियों में है। यूपी ATS ने 8 आतंकियों को गिरफ्तार किया था। कल 4 आतंकियों को गिरफ्तार किया है। एक आतंकी को पहले ही गिरफ्तार की थी। ATS पांचों आतंकियों को कुछ दिन पहले अलग-अलग स्थानों से उठाकर लखनऊ ले गई थी। इनसे पूछताछ की।

आतंकियों के पास से पेन ड्राइव, मोबाइल फोन और दस्तावेज मिले हैं। चारों आतंकियों को अब्दुल तल्हा और नवाजिश ने तैयार किया था। उनकी गिरफ्तारी के बाद चारों ने अपना नेटवर्क खड़ा करना शुरू कर दिया। इससे पहले 12 अगस्त को गंगोह के गांव कुंडाकला से आतंकी नदीम को गिरफ्तार किया था।


मदरसों के सहारे यूपी-उतराखंड में टेरर फैलाने की थी तैयारी:तीन महीन में 5 आतंकियों को गिरफ्तार किया, टेरर फंडिंग की डिटेल खंगाल रही ATS

आतंकियों की पनाहगाह बना सहारनपुर एक बार फिर सुर्खियों में है। यूपी ATS ने 8 आतंकियों को गिरफ्तार किया था। कल 4 आतंकियों को गिरफ्तार किया है। एक आतंकी को पहले ही गिरफ्तार की थी। ATS पांचों आतंकियों को कुछ दिन पहले अलग-अलग स्थानों से उठाकर लखनऊ ले गई थी। इनसे पूछताछ की।


आतंकियों के पास से पेन ड्राइव, मोबाइल फोन और दस्तावेज मिले हैं। चारों आतंकियों को अब्दुल तल्हा और नवाजिश ने तैयार किया था। उनकी गिरफ्तारी के बाद चारों ने अपना नेटवर्क खड़ा करना शुरू कर दिया। इससे पहले 12 अगस्त को गंगोह के गांव कुंडाकला से आतंकी नदीम को गिरफ्तार किया था।

लुकमान और मुख्तार मदरसे के कारी



यूपी ATS ने जिन चारों आतंकियों को उठाया है। लुकमान के परिवार में पिता, पत्नी और सात बच्चे हैं। इसके अलावा छह और भाई हैं। लुकमान सैय्यद मजरा गांव में ही दारे अरकम नाम से मदरसा चलाता है। लुकमान के पिता इमरान भगवानपुर रोड गागलहेड़ी में जड़ी बूटी की दुकान करते हैं। अलीम के परिवार में 3 भाई और एक बहन है।

अलीम शादीशुदा हैं। एक बेटी है। अलीम भी गागलहेड़ी में जड़ी बूटी की दुकान करता है। अलीम का पिता सलीम गांव में परचून की दुकान चलाता है। मोहम्मद मुख्तार गांव मनोहरपुर में अनूल के नाम से मदरसा में कारी था। उसका कोई बेटा नहीं है। घर पर पत्नी है।

तल्हा-नवाजिश ने खड़ा किया था नेटवर्क


करीब एक साल पहले अब्दुल तल्हा का संपर्क लुकमान से हुआ था। झारखंड गिरीडिह के रहने वाला नवाजिश भी सहारनपुर के देवबंद में रहता था। दोनों ने मिलकर लुकमान से संपर्क किया। तल्हा ने लुकमान के मदरसे में शिक्षक के रूप में नौकरी शुरू की। इसके बाद लुकमान, तल्हा, नवाजिश ने मिलकर कामिल कारी मुख्तार, अलीम से संपर्क किया और आतंकी संगठन से जोड़ दिया।

अल कायदा और जमात-उल-मुजाहिद्दीन आतंकी संगठन से जुड़े थे चारों


ATS के अनुसार, सहारनपुर से तल्हा को अप्रैल माह में गिरफ्तार किया था। वहीं, भोपाल एटीएस ने नवाजिश को सहारनपुर के देवबंद से गिरफ्तार किया था। अब एटीएस ने सहारनपुर के रहने वाले आतंकियों को गिरफ्तार किया है। सहारनपुर के रहने वाले सभी आतंकी अल कायदा और जमात चल मुजाहिद्दीन से जुड़े हुए थे। दोनों संगठन गजवा-ए-हिंद के उद्देश्य को पूरा करने के लिए अपने संगठन में आतंकी भर्ती करते थे। खातों में टेरर फंडिंग से जुड़े लेन-देन के भी सबूत मिले हैं।
टेरर फंडिंग के मिले सबूत


ATS मुताबिक गिरफ्तार आतंकी यूपी, बिहार, मध्य प्रदेश और उत्तराखंड में कट्टरपंथी विचारधारा वालों के सहयोग से जकात के नाम पर टेरर फंड जुटा रहे थे। बांग्लादेशी आतंकी अपना नाम बदल कर खुफिया तौर पर रहते थे। यह सभी कट्टरपंथी विचारधारा के व्यक्तियों को जिहाद के नाम पर भड़का रहे थे। अभी उनके खातों की भी जांच की जा रही है।
पहले भी यहां से कई आतंकी पकड़े गए
14 मार्च 2021 को ATS ने एक संदिग्ध बांग्लादेशी को गिरफ्तार किया था। सहारनपुर के नदीम कॉलोनी से बांग्लादेशी तनवीर और उसके पिता उमर मोहम्मद को गिरफ्तार किया गया था।
थाना मंडी क्षेत्र से भी दो बांग्लादेशी भाइयों को गिरफ्तार किया गया था। जिन्हें हाल ही में अदालत सजा सुनाई है।
फरवरी 2019 में पांच बांग्लादेशियों को देवबंद से पकड़ा गया था।
2016 में दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम ने सहारनपुर रेलवे स्टेशन के बाहर से हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकी एजाज शेख को पकड़ा था।
साल 2010 में पाकिस्तानी जासूस शाहिद उर्फ इकबाल भट्टी को पटियाला पुलिस ने हकीकतनगर से गिरफ्तार किया। इकबाल भट्ट देवराज सहगल के नाम से यहां रह रहा था।
अयोध्या में हुए बम विस्फोट में सहारनपुर के तीतरो निवासी डॉक्टर इरफान को पकड़ा गया था।
साल 2001 में आतंकी गतिविधियों के चलते मुफ्ती इसरार को पकड़ा था।

Comments

Popular posts from this blog

कवि हरीश शर्मा के जन्मदिवस पर हुआ जन जागृति अभियान का भव्य शुभारंभ

लखनऊ का इकाना स्टेडियम है पूरी तरह तैयार, 29 जनवरी को होगी भारत और न्यूज़ीलैंड की भिड़ंत शानदार

सिंगनिया ग्राम पंचायत को लगा भ्रष्टाचार का दीमक ग्रामीणों ने जिला अधिकारी से की शिकायत