करवाचौथ की मिठास से 7 जन्मों तक बना रहेगा साथशास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
करवाचौथ की मिठास से 7 जन्मों तक बना रहेगा साथ शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ अमित मौर्य चीफ एडिटर लखीमपुर खीरी के जी एन लाइव न्यूज चैनल लखीमपुर खीरी। 2022: शादी एक जन्म का नहीं, बल्कि सात जन्म का रिश्ता माना जाता है। यही कारण है कि करवाचौथ का व्रत पति की लंबी आयु और अच्छी सेहत के लिए ही नहीं, बल्कि सात जन्मों तक उसका साथ पाने के लिए रखा जाता है। हर पत्नी की यही तमन्ना होती है कि उसे वही पति सात जन्म तक मिले। आज जिस तरह से रिश्ते चुटकियों में टूट जाते हैं, उसे देख कर लगता है कि जन्म-जन्म तक साथ निभाने की इच्छा होने के बावजूद आखिर कमी कहां रह जाती है कि यह संबंध कभी कारण से, तो कभी बिना कारण ही तलाक की कगार तक पहुंच जाता है? आखिर बिना पछतावे के किसी के साथ आजीवन रहने के लिए क्या किया जाए कि इस रिश्ते में करवाचौथ की मिठास हमेशा कायम रह सके। समझदारी जरूरी शादी ऐसा रिश्ता है, जिसमें पति-पत्नी को आजीवन साथ रहना होता है और विवाह को सफल बनाने के लिए दोनों में धैर्य, सहनशक्ति और समझदारी की आवश्यकता होती है। विवाह कोई क्षणिक आनंद नहीं, जिसे भोगा और भुला दिया। पु...